होम इंश्योरेंस पॉलिसी आपके पूरे घर जैसे की उसकी बिल्डिंग, या फिर घर में रखे कीमती सामान की चोरी या कोई और नुकसान हो तो आपकी मदद करता है।
हाँ आजकल लगभग सभी होम इंश्योरेंस प्लान आपको प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुकसान का कवर देती है।
नहीं आप किराए के घर में भी अपने सामान के लिए होम इंश्योरेंस ले सकते हैं।
हाँ कुछ प्लान्स में आग लगने से हुए नुकसान का भी कवर मिलता है। कोई भी इंश्योरेंस प्लान लेने से यह जानकारी जरुर देख ले।
नहीं आप एक ही इंश्योरेंस में दोनों को जोड़ सकते है।
बाजार में होम इंश्योरेंस प्लान्स 2 से 5 साल तक के लिए उपलब्ध है।
हाँ होम इंश्योरेंस में चोरी, लूटपाट या किसी भी अनहोनी घटना से हुए कुछ भी नुकसान का कवर मिलता है।
होम इंश्योरेंस के प्रीमियम में आप कहाँ रहते है इसकी एक बहुत बड़ी भूमिका होती है जैसे की आपका घर अगर समुद्र के पास है या जहाँ सुनामी और बाढ़ आने की ज्यादा संभावना होती है। इन परिस्थिति में आपके इंश्योरेंस का प्रीमियम बढ़ जाता है।
हाँ आप पुराने घर का इंश्योरेंस ले तो सकते हैं परन्तु आपका आपका प्रीमियम आपका घर कितना पुराना है और उसकी हालत के अनुसार तय किया जाता है।
अगर आपने घर में सुरक्षा के उपकरण जैसे की स्मोक डिटेक्टर जो बता दे की घर में धुआँ हो रहा हैं , फायर अलार्म या फिर बर्गलर अलार्म सिस्टम लगवाए है तो आपका घर और सुरक्षित होता है और क्लेम की संभावना कम हो जाती है तो इंश्योरेंस कंपनी आपको प्रीमियम में छूट देती है और आपका प्रीमियम कम हो जाता है।
अगर आपके घर में चोरी हो जाती है तो सबसे पहले पुलिस में अपनी शिकायत दर्ज करानी चाहिए और इंश्योरेंस कंपनी को भी सूचित करना चाहिय। दस्तावेजों में आपको एक सूची, जितना भी सामान चोरी हुआ है उसके मूल्य के साथ और एक FIR की कॉपी जो आपने पुलिस स्टेशन में दर्ज की होगी। इसके साथ साथ आपको क्लेम का फौर्म भी भरके जमा कराना होगा।